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कुटू का पराठा: व्रत की थाली में स्वाद, श्रद्धा और स्वास्थ्य का संगम

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कुटू का पराठा  with dahi and laal mirch wali vrat ki chutney


भूमिका: जब स्वाद मिलता है साधना से

भारतीय रसोई में कुछ व्यंजन ऐसे होते हैं जो केवल स्वाद नहीं, बल्कि भावना, परंपरा और श्रद्धा का प्रतीक होते हैं। कुटू का पराठा ऐसा ही एक व्यंजन है — जो व्रत के दिनों में न केवल पेट भरता है, बल्कि आत्मा को भी तृप्त करता है। यह पराठा नवरात्रि, महाशिवरात्रि, एकादशी जैसे पावन अवसरों पर बनाया जाता है और हर घर में इसकी अपनी एक कहानी होती है।

कुटू क्या है?

कुटू, जिसे अंग्रेज़ी में Buckwheat कहा जाता है, कोई गेहूं नहीं बल्कि एक बीज है। यह ग्लूटेन-मुक्त होता है और फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, आयरन, और ज़िंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। कुटू का आटा व्रत में इसलिए खाया जाता है क्योंकि यह पचने में आसान और ऊर्जा देने वाला होता है।

कुटू का पराठा: भावनात्मक जुड़ाव

कुटू का पराठा सिर्फ एक व्यंजन नहीं, बल्कि एक भाव है। जब माँ नवरात्रि के पहले दिन सुबह-सुबह उठकर कुटू का आटा गूंथती हैं, उसमें उबले आलू मिलाती हैं, सेंधा नमक डालती हैं — तो वह स्वाद नहीं, बल्कि स्नेह गूंथ रही होती हैं। यह पराठा घर की रसोई से निकलकर पूजा की थाली तक जाता है, और फिर परिवार के साथ मिलकर खाया जाता है।


🪔 कुटू का परिचय: अनाज नहीं, शक्ति का बीज

कुटू, जिसे अंग्रेज़ी में Buckwheat कहा जाता है, कोई गेहूं नहीं बल्कि एक बीज है। यह ग्लूटेन-मुक्त होता है और व्रत में खाने योग्य होता है। इसके पोषण गुण इसे व्रत के लिए आदर्श बनाते हैं:

  • ग्लूटेन-मुक्त
  • फाइबर और प्रोटीन से भरपूर
  • मैग्नीशियम, आयरन, ज़िंक जैसे खनिजों का स्रोत
  • पचने में आसान और ऊर्जा देने वाला

👩‍🍳 रेसिपी: कुटू का पराठा बनाने की विधि

सामग्री (4 पराठों के लिए)

सामग्रीमात्रा
कुटू का आटा1 कप
उबले आलू2 मध्यम आकार के
सेंधा नमकस्वादानुसार
हरी मिर्च1 बारीक कटी हुई
हरा धनिया1 बड़ा चम्मच
घीपराठा सेंकने के लिए
जीरा½ चम्मच (वैकल्पिक)
काली मिर्च 1 चम्मच

विधि

  1. गूंथना
  • एक बर्तन में उबले आलू लें।

  • उसमें कुटू का आटा लें

  • उसमें जीरा डाले

  • उसमें सेंधा नमक डाले

  • उसमें काली मिर्च डाले

  • उसमें हरी मिर्च डाले

  • मिलाएं। नरम आटा गूंथ लें (बिना पानी के)

2. आराम देना: आटे को 10-15 मिनट ढककर रखें।

3. बेलना

  • लोई बनाएं

  • शीट पर बेलें।

सेंकना: तवे पर घी लगाकर दोनों तरफ से सुनहरा होने तक सेंकें।

परोसना: दही, फलाहारी चटनी या आलू की सब्जी के साथ परोसें।

kutu ke parathe with dahi and laal mirch wali vrat ki chutney


RECIPE CARD

कुटू का पराठा: व्रत की थाली में स्वाद, श्रद्धा और स्वास्थ्य का संगम

नवरात्रि के पावन दिनों में जब शरीर और मन दोनों शुद्धि की ओर बढ़ते हैं, तब कुट्टू के पराठे एक सादगी भरा लेकिन स्वादिष्ट विकल्प बन जाते हैं। उबले आलू की नरमी, हरी मिर्च की तीखापन और सेंधा नमक की पवित्रता — ये पराठे न सिर्फ पेट भरते हैं, बल्कि दिल को भी सुकून देते हैं।
हर घर में इन पराठों की अपनी कहानी होती है — माँ के हाथों की गर्माहट, दही की ठंडक, और तुलसी के पत्ते की सुगंध। ये पराठे व्रत के नियमों का पालन करते हुए भी स्वाद में कोई कमी नहीं छोड़ते।
कुरकुरे किनारे, घी की हल्की चमक, और हर निवाले में छुपा हुआ त्योहार का एहसास — यही है कुट्टू के पराठे का जादू|
Prep Time 10 minutes
Cook Time 15 minutes
Total Time 25 minutes
Servings: 4
Course: Breakfast
Cuisine: Indian
Calories: 200

Ingredients
  

  • – कुट्टू का आटा – 1 कप
  • – उबले आलू – 2 मध्यम आकार के मैश किए हुए
  • – सेंधा नमक – स्वादानुसार
  • – हरी मिर्च – 1 बारीक कटी
  • – अदरक – ½ टीस्पून कद्दूकस किया हुआ
  • – हरा धनिया – 1 टेबलस्पून बारीक कटा
  • – घी या तेल – पराठा सेंकने के लिए

Method
 

  1. **आटा गूंथना**: एक बाउल में कुट्टू का आटा, मैश किए हुए आलू, हरी मिर्च, अदरक, धनिया और सेंधा नमक मिलाएं। थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए नरम आटा गूंथ लें।
  2. **पराठा बेलना**:आटे की लोई बनाएं और बेलन से हल्के हाथों से बेलें। बेलते समय आटे पर थोड़ा सूखा कुट्टू का आटा छिड़कें ताकि चिपके नहीं।
  3. **सेंकना**:गरम तवे पर पराठा रखें। दोनों तरफ से घी लगाकर सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेंकें।
  4. **परोसना**:दही, व्रत वाली आलू की सब्ज़ी या मूंगफली की चटनी के साथ गरमागरम पराठा परोसें।

🧠 पोषण मूल्य

  • ऊर्जा देने वाला: व्रत में थकान से बचाता है
  • फाइबर युक्त: पाचन को बेहतर बनाता है
  • प्रोटीन स्रोत: शाकाहारी लोगों के लिए आदर्श
  • खनिजों से भरपूर: शरीर को मज़बूत बनाता है

🎨 विविधता: कुटू के पराठे के प्रकार

  1. सिंघाड़े के आटे के साथ मिश्रित पराठा
  2. अरबी मिलाकर बना पराठा
  3. कुटू और साबूदाना का फ्यूज़न पराठा
  4. स्टफ्ड पराठा (पनीर या आलू भरकर)
  5. करारा पराठा (धीमी आंच पर तवे पर)
  6. कुटू का थेपला स्टाइल पराठा
  7. कुटू का लच्छा पराठा
  8. कुटू का मिनी पराठा बच्चों के लिए

🪔 त्योहारों में कुटू का पराठा

नवरात्रि में जब नौ दिन तक व्रत रखा जाता है, तब कुटू का पराठा एक वरदान की तरह होता है। यह न केवल पेट भरता है, बल्कि स्वाद और ऊर्जा भी देता है। कई घरों में इसे पूजा के बाद प्रसाद के रूप में भी परोसा जाता है। नवरात्रि में व्रत के दौरान उबले या हल्के मसाले वाले व्रत आलू, चाय के साथ भी खाए जाते हैं|


🧶 भावनात्मक जुड़ाव: माँ के हाथों का स्वाद

जब माँ सुबह-सुबह उठकर कुटू का आटा गूंथती हैं, तो वह केवल खाना नहीं बना रही होतीं — वह अपने बच्चों के लिए स्नेह, श्रद्धा और परंपरा को परोस रही होती हैं। कुटू का पराठा उस प्रेम का प्रतीक है जो पीढ़ियों से चला आ रहा है।


📚 निष्कर्ष: स्वाद, श्रद्धा और स्वास्थ्य का संगम

कुटू का पराठा केवल एक रेसिपी नहीं, बल्कि एक अनुभव है — जो स्वाद, श्रद्धा और स्वास्थ्य को एक साथ जोड़ता है। यह पराठा हमें याद दिलाता है कि भारतीय रसोई में हर व्यंजन के पीछे एक कहानी होती है, एक भावना होती है|


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